राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम, हरियाणा सरकार को हिसार में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर (आईएमसी) विकसित करने में सहायता करेगा

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NCR SANDESH / दिल्ली / राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम, हिसार में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर (आईएमसी) के विकास में हरियाणा सरकार का सहयोग करेगा। अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारा (एकेआईसी) ने आज राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास एवं कार्यान्वयन ट्रस्ट (एनआईसीडीआईटी), हरियाणा सरकार और हरियाणा हवाई अड्डा विकास निगम (एचएडीसी) के बीच राज्य समर्थन समझौते (एसएसए) और शेयरधारक समझौते (एसएचए) पर हस्ताक्षर किए।

ये समझौते, हरियाणा में औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन देने और विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचे के निर्माण के लिए भारत सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। इसकी शुरुआत हिसार में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर (आईएमसी) के विकास से होगी। स्थानीय विनिर्माण क्षमताओं को मज़बूत करके और घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय निवेश को प्रोत्साहित करके, एकेआईसी मेक इन इंडिया पहल को आगे बढ़ाने और भारत को और अधिक आत्मनिर्भर और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

हरियाणा में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर (आईएमसी) हिसार के राज्य में आर्थिक विकास का एक प्रमुख संचालक बनने की संभावना है। इसके विकास से व्यापार-अनुकूल वातावरण को प्रोत्साहन मिलेगा, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन होगा और एक प्रमुख औद्योगिक स्थल के रूप में हरियाणा की स्थिति और मजबूत होगी। इस क्लस्टर से भारत और दुनिया भर के निवेशकों की महत्वपूर्ण रुचि आकर्षित होने की संभावना है, जिससे देश के विनिर्माण क्षेत्र को काफी प्रोत्साहन मिलेगा।

2,988 एकड़ में फैला आईएमसी हिसार, हरियाणा के हिसार में नवनिर्मित महाराजा अग्रसेन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है। 32,417 करोड़ रुपये की निवेश क्षमता और 4,680 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ, इससे 1.25 लाख रोजगार सृजित होने की संभावना है। ईडीएफसी और डब्ल्यूडीएफसी के बीच रणनीतिक रूप से स्थित, यह एनएच-52, एनएच-09, रेल संपर्क और प्रमुख लॉजिस्टिक्स केंद्रों के निकटता के माध्यम से उत्कृष्ट कनेक्टिविटी प्रदान करता है। उन्नत बुनियादी ढांचे और हिसार शहर के निकटता के साथ, यह आईएमसी हरियाणा और उत्तर भारत के औद्योगिक भविष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनने के लिए तैयार है।

इन समझौतों पर एनआईसीडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक, श्री रजत कुमार सैनी; हरियाणा सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग की आयुक्त एवं सचिव, श्रीमती अमनीत पी. कुमार; और हरियाणा सरकार के एचएडीसी के प्रबंध निदेशक, श्री नरहरि सिंह बांगर ने हस्ताक्षर किए। यह भविष्य के अनुकूल सहयोग इन औद्योगिक समूहों के विकास की नींव रखता है जो अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे के अंतर्गत रणनीतिक केंद्रों के रूप में कार्य करेंगे और भारत के एक अग्रणी वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के दृष्टिकोण में योगदान देंगे।

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