मेहनत से मुकाम पर पहुंचे खिजूरीवास निवासी सुभाष यादव
मनीष बावलिया/अलवर। भिवाड़ी के गांव खिजूरीवास निवासी सुभाष यादव जो बचपन से डॉक्टर बनकर समाजसेवा करना चाहते थे। जब डॉक्टर नही बन पाए तो उन्होंने अपने इस जुनून को नहीं मरने दिया और अपने काम के साथ-साथ समाज सेवा भी करने लगे। तब से लेकर आज तक राजनीति में कम समाज सेवा में ज्यादा सक्रिय है। यादव बताते है कि 11वी कक्षा में वह बायलॉजी के छात्र रहे। फिर पीएमटी का एग्जाम दिया लेकिन सफल नही हुए। उस समय स्कूलों में छात्र संसद चला करती थी। उस समय वह स्कूल में प्रधानमंत्री चुने गए थे। तभी से छात्रों के हित की बात करना उनका ध्येयः हो गया। फिर सन 1985 अलवर आरआर कॉलेज से बीएससी की। तब उनके रूम के पास टाइप कॉलेज थी। जहां उन्होंने हिंदी, इंग्लिश की टाइपिंग सीखी। इसके बाद सन 1985 में भिवाड़ी के राम चौक के पास श्योराम मार्किट में फोटो स्टेट और टाइप कॉलेज की दुकान खोली। भिवाड़ी में फोटो स्टेट व टाइप की यह पहली दुकान थी। 16 साल इस दुकान में मेहनत कर नाम कमाया। फिर 1999 में गणपति प्लाज़ा में दुकान खरीदी और वहां शिफ्ट हो गए। समय के साथ काम बढ़ता गया जॉब वर्क, स्टाम्प आदि का काम भी करने लगे और अब टाइपिंग कॉलेज का काम खत्म हो गया।
आज है फोटो स्टेट की 3 दुकानें
यादव ने बताया कि आज भिवाड़ी में उनकी 3 दुकाने है। सन 1999 में पहली दुकान गणपति प्लाज़ा में जिसे उनका बड़ा बेटा नवीन, सन 2013 में दूसरी दुकान भगतसिंह कॉलोनी में जिसे छोटा बेटा मनीष और सन 2020 में तीसरी दुकान होंडा चौक जिसे दामाद प्रशांत यादव संभालते है। सभी दुकानों पर स्टाम्प पेपर, कम्प्यूटर जॉब वर्क, फोटो स्टेट से लेकर कई कार्य होते है।
छात्र जीवन से शुरू हुआ राजनीतिक जीवन
जब सन 2009 में भिवाड़ी नगर पालिका बनी तो सुभाष यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और पार्षद बने।यही से उनका समाजसेवी के साथ राजनीतिक सफर शुरू हुआ। लेकिन वह राजनीति से ज्यादा सोशलवर्कर रहे।
कई सामाजिक पदों पर कर रहे है काम
यादव ग्राम विकास समिति व शाला समिति के सदस्य, यादव समाज भिवाड़ी के संस्थापक सदस्य व अध्यक्ष, बूढ़ी बावल गौशाला उपाध्यक्ष, यदुवंशी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष पद पर कार्य कर रहे है। इसके अलावा सामाजिक जीवन में उनके द्वारा सीएसआर के तहत खिजूरीवास सरकारी स्कूल में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, फर्नीचर, शौचालयों का निर्माण करवाया गया। टपूकड़ा सरकारी स्कूल के मैदान में बरसात में पानी भरता था। वहां दोस्त सुखबीर सिंह के साथ मिलकर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और शौचालय बनवाएं। इसके अलावा भी सामाजिक कार्यों में वह हमेशा आगे रहते है।