NCR SANDESH /जयपुर, 25 अगस्त। बीते सप्ताह सवाईमाधोपुर जिले में लगातार अतिवृष्टि के कारण नदियों, नालों और तालाबों में जल स्तर बढ़ जाने के कारण कुछ स्थानों पर हुई जलभराव और बाढ़ की स्थिति अब तेजी से सामान्य हो रही है। कुछ जगहों पर खेतों और आबादी क्षेत्रों में पानी असामान्य रूप से भरा हुआ है लेकिन वर्तमान में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। संकटग्रस्त क्षेत्रों में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है तथा आम लोगों के बहाव अथवा जलजमाव में फंसे होने की सूचना मिलने पर राहत देने के लिए तत्पर है।
सवाई माधोपुर जिले में जलभराव और अतिवृष्टि से पीड़ित लोगों की परेशानियों की सूचना प्राप्त करने और उनकी मदद के लिए राहत टीमों को पहुंचाने के लिए जिला स्तर पर हेल्पलाइन 9530314000 एवं कंट्रोल रूम 07462-220602/220201 लगातार सक्रिय है। साथ ही, राज्य सरकार के निर्देश पर संकटग्रस्त इलाकों में पीड़ितों को मुआवजा आदि की सहायता देने के लिए मकान, फसल, संपत्ति और आधारभूत संरचनाओं को हुए नुकसान के आकलन के लिए सर्वेक्षण करने के आदेश भी दे दिए हैं।
जिला कलक्टर काना राम ने बताया कि वर्तमान में बारिश का दौर हल्का पड़ जाने के बाद जिले के सभी प्रभावित क्षेत्रों में जल स्तर में गिरावट आई है। वर्तमान में मुख्य रूप से चम्बल और बनास नदियों के तट क्षेत्रों तथा सूरवाल बांध के प्रवाह क्षेत्र में जड़ावता, अजनोटी, सूरवाल मखोली आदि ग्रामीण इलाकों में पानी का स्तर अब कम हुआ है। आने वाले दिनों में भी जिले में केवल हल्की बरसात का पूर्वानुमान है जिससे जिलेवासियों को जलभराव के बड़े संकट से राहत रहेगी। हालांकि राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सजग है।
नुकसान के आकलन के सर्वेक्षण के निर्देश — जिला प्रशासन ने पीड़ितों को त्वरित राहत देने के क्रम में संवेदनशील निर्णय लेते हुए प्रकृति की मार झेल रहे आम लोगों को जल्द मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कलक्टर श्री काना राम ने सोमवार को सभी संबंधित अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक में जल भराव और तेज गति से पानी के बहाव से हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान संकट के दौरान लोगों के मकानों और फसलों सहित अन्य निजी संपतियों तथा सार्वजनिक आधारभूत संरचनाओं की हानि का जल्द-से-जल्द सर्वे किया जाए। इस कार्य के लिए स्थानीय सर्वेक्षण दलों का गठन कर दिया है और उनको जल्द आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। सर्वेक्षण रिपोर्ट को त्वरित आधार पर राज्य सरकार को भेजकर मुआवजा वितरण की कार्यवाही की जाएगी ताकि इस संकट के पीड़ितों को जल्द-से-जल्द राहत दी जा सके।
अब तक 190 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया :- जिला कलक्टर ने बताया कि प्रशासन ने तीन दिन पहले भारी बरसात के चलते कुछ स्थानों पर पानी का स्तर बढ़ जाने पर तुरंत सिविल डिफेंस के दलों का प्रभावित क्षेत्रों में भेजा तथा राज्य सरकार के जरिए राज्य आपदा राहत बल और राष्ट्रीय आपदा राहत बलों से राहत एवं बचाव कार्यों के सुचारू संचालन की व्यवस्था की । बीते 4 दिनों में बौंली के हथडोली, सवाई माधोपुर के धनौली, घुड़ासी, सूरवाल, कुश्तला आदि विभिन्न जगहों से कुल 190 लोगों को बचाव टीमों ने सुरक्षित निकाला है। इसमें सबसे अधिक कार्रवाई सूरवाल बांध क्षेत्र में हुई है। इस इलाके के करीब एक दर्जन गांव संकटग्रस्त है, जिनमें सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर राहत दी गई है।
कुल 10,000 से अधिक भोजन पैकेट वितरित :- कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान जलभराव संकट के दौरान नगर परिषद सवाई माधोपुर और पंचायती राज विभाग के कार्मिकों ने लगातार सजग और सक्रिय रहकर काम किया गया है। इन विभागों ने त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रभावितों के लिए सुरक्षित स्थानों का चिन्हीकरण कर वहां ठहरने एवं भोजन-पानी तथा दवा आदि की व्यवस्था उपलब्ध करवाई है। जिले में अब भी जिला मुख्यालय पर मिर्जा मोहल्ला, अमीर मोहल्ला, अंसारी मोहल्ला सहित कई जगह पर राहत शिविरों और आश्रय स्थलों के साथ-साथ पानी से प्रभावित इलाकों में घरों तक में जरूरत के अनुसार पके हुए भोजन के पैकेट या सूखी राशन सामग्री के किट पहुंचाए जा रहे हैं। अब तक कुल 10,000 से अधिक फूड पैकेट संकटग्रस्त लोगों में वितरित किए गए हैं।