NCR SANDESH /जयपुरl माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), वन, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री संजय शर्मा ने कहा कि अधिकारी एक पेड़ मां के नाम एवं हरियालो राजस्थान अभियान के तहत वृक्षारोपण कर उनके रखरखाव हेतु आमजन को प्रेरित भी करें, पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रदूषण फैलानी वाली इकाइयों पर नियमानुसार सख्त कार्यवाही करें और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से समन्वय रखते हुए विकास कार्य करें।
शर्मा रविवार को कोटपूतली-बहरोड़ कलेक्ट्रेट सभागार में वन एवं पर्यावरण विभाग, जिले की बजट घोषणाओं, पौधारोपण व अन्य योजनाओं तथा विभागीय कार्यकलापों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। बैठक में सांसद जयपुर ग्रामीण राव राजेन्द्र सिंह, विधायक कोटपूताली हंसराज पटेल, विधायक विराटनगर कुलदीप धनखड़ एवं जिला प्रशासन व वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
शर्मा ने हरियालो राजस्थान अभियान के तहत जिले को मिले 15 लाख पौधरोपण लक्ष्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए लगाए गए पौधों के संरक्षण एवं रखरखाव हेतु अपनाएं जा रहे उपायों की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा त्रिस्तरीय मूल्यांकन का कार्य भी किया जा रहा है जिसके तहत संभाग सहित सभी स्तरों पर एजेंसियां औचक निरीक्षण कर रही हैं। वे पौधारोपण संरक्षण के लिए सैंपलिंग लेकर किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जो पौधे किसी कारणवश जीवित नहीं रह पाते, उनके स्थान पर नए पौधे लगाए जाएं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पौधारोपण और संरक्षण के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए एवं कहा कि डाटा पोर्टल पर नियमित रूप से अपडेट करें।
शर्मा ने एजेंडावार समीक्षा करते हुए 2024-25 एवं 2025-26 की विभाग के संबंध में की गई बजट घोषणाओं एवं जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कार्यों में गति लाने को कहा व वन क्षेत्र में ऐतिहासिक महत्व के भवनों के रख-रखाव व जीर्णोद्वार के निर्देश दिए जिससे कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके। वन्य जीवों के संरक्षण पर चर्चा करते हुए अलवर तिराहा स्थित अटल वन से बंदरों को अन्यत्र विस्थापित करने के लिए आवश्यक व बंदरों के अनुकूल स्थान का चयन कर विस्थापन की कार्यवाही वन एवं स्वायत शासन विभाग को आपसी समन्वय से करने एवं अटल वन का जीर्णोद्वार कर वहाँ पौधारोपण कर पर्यटन साइट के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए।
शर्मा ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को औद्योगिक क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छ वातावरण के लिए कचरा निस्तारण पर विशेष जोर देते हुए आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। साथ ही खनन इकाइयों द्वारा नियमों का उल्लंघन कर प्रदूषण फैलाने पर नियमानुसार सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बोर्ड सुनिश्चित करें कि औद्योगिक इकाइयां नियमानुसार कार्यवाही करें, अपशिष्टों का उचित निस्तारण करें एवं किसानों की फसलों को औद्योगिक इकाइयों से किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचे व पीड़ितों को समय पर मुआवजा मिले।
उन्होंने जिले के वन क्षेत्र में पाए जाने वाले जीवों एवं उनके संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की। साथ ही जूलिफ्लोरा प्रभावित क्षेत्र एवं उसके रोकथाम के प्रयासों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश प्रदान कर आमजन को जागरूक करने को कहा। उन्होंने विभाग द्वारा किए जा रहे नवाचार पर भी चर्चा की और ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंध समितियों के माध्यम से करवाए जा रहे कार्यों एवं चुनावों संबंधी आवश्यक जानकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समय समय पर साझा करने को कहा। उन्होंने वन क्षेत्रों में सड़क व अन्य कार्यों के प्रस्ताव भिजवाने, एनओसी लेने व कार्य करते समय जनप्रतिनिधियों व अन्य संबंधित विभागों से समन्वय रखने को कहा।
सांसद जयपुर ग्रामीण ने ई वेस्ट, कार्बन पॉलिसी एवं जूलिफ्लोरा पर आवश्यक कार्यवाही करने, पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रयासों में गति लाने व लगाए गए पौधों की उचित देखभाल करने को कहा तथा विधायक विराटनगर ने क्षेत्र में अवैध माइनिंग व क्रशर की शिकायतों पर आमजन के हित को ध्यान में रखते हुए त्वरित और प्रभावी कार्यवाही करने को कहा।
इस दौरान उप वन संरक्षक अलवर राजेन्द्र हुड्डा ने वन विभाग व रीजनल ऑफिसर श्री राजकुमार सेहरा ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी पीपीटी के माध्यम से विस्तार से दी।
बैठक में अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक वेंकटेश शर्मा, एडीएम ओमप्रकाश सहारण, मुख्य वन संरक्षक जयपुर राजीव चतुर्वेदी, उप वन संरक्षक जयपुर (उत्तर) डीपी जागावत, उप वन संरक्षक अलवर अभिमन्यु सहारण, एसडीएम बृजेश चौधरी, एएसपी वैभव शर्मा सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे.