भारत की राष्ट्रपति ने फिलीपींस के राष्ट्रपति की मेज़बानी की

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भारत अपनी एक्ट ईस्ट नीति, विजन महासागर और हिंद-प्रशांत विजन में फिलीपींस को एक प्रमुख साझेदार मानता है: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

दिल्ली/ भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज (5 अगस्त, 2025) राष्ट्रपति भवन में फिलीपींस गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज मार्कोस जूनियर का स्वागत किया। उन्होंने उनके सम्मान में एक भोज का भी आयोजन किया।

राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज मार्कोस जूनियर का भारत की पहली राजकीय यात्रा पर स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और फिलीपींस के बीच दीर्घकालिक मित्रता है जो सभ्यतागत संपर्कों, ऐतिहासिक संबंधों और साझा मूल्यों पर आधारित है।

राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि हमारे व्यापक सहयोग में निरंतर उच्च-स्तरीय जुड़ाव, फलता-फूलता व्यापार और वाणिज्य, समुद्री क्षेत्र सहित मज़बूत रक्षा और सुरक्षा सहयोग, विकास साझेदारी, स्वास्थ्य सेवा और औषधि क्षेत्र में सहयोग, कृषि, डिजिटल और वित्तीय प्रौद्योगिकी, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच आपसी आदान-प्रदान शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आज द्विपक्षीय संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक बढ़ाने से हमारे बहुआयामी सहयोग को और बल मिलेगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-फिलीपींस की साझेदारी न केवल दोनों देशों के लोगों के लिए लाभकारी है, बल्कि यह क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि का आधार भी है। फिलीपींस भारत की एक्ट ईस्ट नीति, महासागर विजन और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति हमारे दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। उन्होंने अगले वर्ष आसियान अध्यक्ष के रूप में फिलीपींस के कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं।

राष्ट्रपति ने पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रति एकजुटता और समर्थन के लिए फिलीपींस सरकार का भी धन्यवाद किया। राष्ट्रपति ने फिलीपींस के साथ विकास सहयोग के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई, जिसमें त्वरित प्रभाव परियोजनाओं का कार्यान्वयन भी शामिल है, जिनका उद्देश्य स्थानीय समुदायों के दैनिक जीवन को सीधे लाभ पहुंचाना है।

राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के समुद्री क्षेत्र में, विशेष रूप से मानवीय सहायता और आपदा राहत तथा खोज एवं बचाव के क्षेत्र में, समान हित और चिंताएं हैं और साझेदार के रूप में, हम इन क्षेत्रों में एक-दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं। दोनों नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के उत्सव के साथ हो रही यह यात्रा भारत और फिलीपींस के बीच एक मजबूत साझेदारी बनाने में मदद करेगी।

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